Changes

छेकड़लै दिन / मदन गोपाल लढ़ा

41 bytes removed, 04:59, 17 अक्टूबर 2013
|संग्रह=म्हारै पांती री चिंतावां / मदन गोपाल लढ़ा
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poempoem>  
टाबर हूं म्है
पण अणजाण कोनी
छेकड़लै दिन रो सांच ईं
काढै़ला हार-जीत।
 </Poempoem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,130
edits