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रिश्ते भी मुरझाते हैं / रमा द्विवेदी
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{{KKRachna
|रचनाकार=रमा द्विवेदी
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पल-पल रिश्ते भी मुरझाते हैं<br>
उम्र बढते-बढते वे घटते जाते हैं।<br>
Lalit Kumar
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