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अंग्रेजी टयूसण / रूपसिंह राजपुरी
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04:08, 18 अक्टूबर 2013
}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita}}<poem>घर आली एक दिन,
जद घरां आई हांड।
बोली, अंगरेजी पढस्यूं,
Sharda suman
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