{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ आ के जब ख़्चाब तुम्हारे ने कहा बिस्मिल्लाह / ज़फ़र अज्मी]]* [[बदन से रूह तलक हम लहू लहू हुए हैं / ज़फ़र अज्मी]]* [[हर सम्त शोर-ए-बंद-ओ-साहिब है शहर में / ज़फ़र अज्मी]]* [[जान-ए-बे-ताब अजब तेरे ठिकाने निकले / ज़फ़र अज्मी]]* [[ख़ोशा ऐ ज़ख़्म की सूरत नई निकलती है / ज़फ़र अज्मी]]* [[तू ने क्यूँ हम से तवक़्क़ो न मुसाफ़िर रक्खी / ज़फ़र अज्मी]]* [[उम्मीद सुब्ह-ए-बहाराँ खिज़ाँ से खींचते हैं / ज़फ़र अज्मी]]* [[ये अहद क्या है की सब पर गिराँ गुज़रता है / ज़फ़र अज्मी]]