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ग्रहण / सुभाष काक
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|रचनाकार=सुभाष काक
|संग्रह=मिट्टी का अनुराग / सुभाष काक
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ग्रहण के छादन में
पक्षी शाखाओं में छिप गए।
शुक्र का सूर्य में तिरोधन
और उसके पार गमन।
</poem>
Lalit Kumar
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