गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
आँचल बुनते रह जाओगे / रामावतार त्यागी
3 bytes added
,
06:17, 17 फ़रवरी 2014
{{KKCatKavita}}
<poem>
मैं तो तोड़
मोड
मोड़
के बंधन
अपने गाँव चला जाऊँगा
तुम आकर्षक सम्बन्धों का,
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,131
edits