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16:28, 14 मई 2014 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राजेन्द्र जोशी
|संग्रह=सब के साथ मिल जाएगा / राजेन्द्र जोशी
}}
{{KKCatKavita}}<poem>टप टप टप .......
बरसती है बारिश
सड़कों पर
आए दिन
टप टप टप ......
बरसती है बारिश
लाल बूंदों की
दिन और रात
बरसाते चले जाते है
सड़को पर
नदी-नालो में
रेल की पटरियों पर
चौराहों पर
खुले आकाश
जगह-जगह
लाल ही लाल
दलेंवाड़ा छतीश
झारखण्ड घड़साना
गोधरा
जनतांत्रिक भारत में
ये लाल बारिश
कब घटेगी
कब बंद होगी
ये लाल बारिश!</poem>