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नज़र मिला न सके उससे / कृष्ण बिहारी 'नूर'
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17:13, 1 जून 2014
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नज़र मिला न सके उससे उस निगाह के बाद।
वही है हाल हमारा जो हो गुनाह के बाद।
गवाह चाह रहे थे, वो मिरी बेगुनाही का,
जुबाँ से कह न सका कुछ, ‘ख़ुदा गवाह’ के बाद।
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Sharda suman
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