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दूध गरम / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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05:08, 30 जून 2014
पीने वालों को समझाते|
जो भी इस रस्ते से निकला,
पग उसके जाते हैं थम,थम|
चिल्लाता पीलो दूध गरम|
</poem>
Mani Gupta
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