2,106 bytes added,
19:24, 30 जून 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>घटबहि खाट पेटारहि डन्टा
चानन केर चौपारि यौ
कथी लय ठाठल बसहर घरबा
कथी लय कयल विवाह यौ
माता लय ठाठल बसहर घरबा
पुत्र लय कयल विवाह यौ
कथी लय लगाओल अनधन गछिया
कथी लय लगाओल फुलवारी यौ
धान लय लगाओल अनधन गछिया
धर्म लय लगाओल फुलवारी यो
मैलहि धोती मैलहि तौनी
कारी कम्मल लेल हाथ यौ
बालक बोली अधबोलियो ने सुनलौं
दुखे जाइ छी जगरनाथ यौ
जुनि बाबू कानू जुनि नोर ढ़ारू
जुनि करू मन मे विरोग यौ
नग्र अयोध्या मे बसथि वशिष्ट मुनि
तनिकहु पठायब नोत यौ
जैं सीता सुनलनि राम अबै छथि
मनमे जागल आस यौ
हरियर गोबर आंगन निपाआल
धनुष देल ओंठगाय यौ
पातर राम धनुष बड़ भारी
धनुषा कोना कऽ उठाइ यौ
बामहि हाथ राम धनुष उठाओल
दहिनहि छोर मिलाइ यौ
टूटल धनुष सहस्र खंड भय गेल
मेदिनी उठल घहराय यौ
राम गले सीता माला पहिराओल
सीताराम होयत विवाह यौ
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader