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आभै मायं बणताधुंअै रा माडणांभांत भांत रामिनख री देह सारूई रा फोआ साऔर न जाणै के के। अै निरा चितराम नी हैअर ना चिमन्यां रोकळूटो अर भूरो धूंओ। आप हांसोपण इण बाबतकीं न कीं जाणो। म्है बताऊं !पण क्यूं बताऊंतद म्हे हां तो थां खनै भीसरीखाम्हां जैड़ी आंख हैम्हां थारै जेड़ो मांथोअर उण बीचै दिमाग हैखुदोडील-खुद जाणोक्यूं कै थां खनै भीजाणन रोसांगोपांग अधिकार डोळ हैआप जाणो होपण जाण‘रअजाण बण्योड़ाक्यूं कै थेसुविधाभोगी होअर सुविधाभोगीसुविधा रै उपज रोकहानी जाणन राम जी रीकदै‘ई कोसिस नीं करैथे भी नीं करी। आप ओ भी जाणो होकै मीलां मांयभूख भरबतै मानखै रैकाळजै मांय लाग्योड़ी लायओज्यूं धुधकैदियोड़ी कायाअर उण री धूओंरो दियाड़ोमीलां री चिमन्यांआभै मांय पटकै।आभो थारो थां जेडा़े जी है सा !थारै मनां राचितराम कौरैइणी खातर आपमनभांवता मांडणा देखो ।पण आप नैथोड़ो सावचेत रे‘वणो हैक्यूं कै मजूर रै काळजै मांयधधकतो धूंओकदै भी लाय बण सकैबसहवा लावण री देर है।आप ओ भो जाणो होअर जे नीं भी जाणोतो भी जाणोकै जिण भांत धूंअै रोचितराम बणैउणी भांतलपकती लांय रो भीचितराम बणै
पण
धूंअै रै म्हे थां स्यूं दो पांवडा आगै हांथे टांगाां अर लांय रै चितराम दांतभीचं‘र चालोअर म्हेआंख अर कान मीच‘र।इणी खातरथे लारली पंगती मांयरे‘वोफरत फगत इतो क्यूं कैथारी भींच्योड़ी टांगाडग नी भरैेभींच्योड़ा दांतबात री ढभ नी करैअर ओई साचल कारण हैकै धूंअै रा चितरामथारी जिनगी री डोर मंायबणै अर मिट ज्यावैगांठ पड़गीपण लाय रा चितरामजकी समै रै डमरू ऊपर पड़ैभख भी लेया खड़का करैभखपणले की नीं पड़ै! भख उणा राजकां रा नामदूजी तरफ म्हेमजूर रै काळजै चौड़ा होयोड़ा बगांधरती म्हारै धुड्कै स्यूं हालैअर सड़कांजिनै म्हे कै‘वांबिना चालैभलांर्‘इं म्हारी आंख बंद हैम्हे सो क्यूं देखाभलांर्‘इं म्हारी कान बंद हैम्हे सो क्यूं सुणाफरक फगत इŸाा है कैजिŸाो म्हे सुणा बितो सुणाजिŸाो नीं सुणा बिŸाो नीं सुणाक्यूं कै म्हारा हाथ सालम हैम्हारा पग सालम हैपणम्हारा इरादा जालम हैक्यूं कै म्है पै‘र राखी हैओहदां री खालजकीबे-ओहदां, बेहुदां रीखाल काढै।जै कोई सालम आदमीम्हारो ओहदै आळौजालम चेहरो देखैबो म्हानैम्हारै घर अर दफ्तर मायंनीं पिछाणैइणी खातरम्हे घरा मांय मंड्योड़ीकमहिटलिस्ट रेस्तरा मांय हुवै ज्यादा लांधा म्हारै अठैकामधामसब जाम हैलेवण नै अर मालकां !करण जे कीं हैआप रो तो बो पइसो हैबो‘ई म्हारो नामहैउण हिटलिस्ट बो‘ई म्हारो काम हैबो‘ई म्हारो दाम हैबो‘ई म्हारो राम हैइणी खातरथारै अर म्हारै मांयसब स्यूं सिरै हुवै।बुनियादी अंतर हैथारौ कै‘वणो हैकै राम नाम सत हैअर इण पर म्हारो कै‘वणो हैकै इणी खातरथांरी आ गत हैक्यूं कै आ‘ई बुरी लत है।साव साच ओ‘ई हैकै जेलतगतसतपतथां रो रिपियो हैतो थां रै अठैसत अर पत पाणी भरसीनीं तो भायला, लोगथां जेड़ा डफोळां रीभूखां मरतां नैकहाणी-कौथ कैसी।
इण खातर
चेतो मालकां !टैम री टणकार सुण‘रछांटो दयो काळजां मांयहथियार ना‘ख देधधकती लाय उपरनाड़ ना‘ख देहाथा जोड़ी करोटांगां अर राफांथारै इरादा रीढीली नाख देफूटरी पांड़ी बाधण आळीचालै जदमीला री फुंकारतीआंधो अर बोळो होय‘र चालचितन्या नै देखतनै सो क्यूं दीख सीसो क्यूं सुणीज सीथांरी नाख्योड़ी नाड़ मांयआपी करड़ावण धारण आळीआ ज्यासीथारी मर्योड़ी आत्मा रै थारा पग चालसीजाणै आगमांय मैण चालैअर कै‘वो उण थारा खाली हाथ मांयखंाड़ै री सी धार आ ज्यासीपछै थारै सामैथानै दीख सीझुक्योड़ी गरदनांजक्यां नैभलां‘ईं थेकै बा जागै।कलम करयाभलां‘ईं धार्या।जे थानै थारोविगत डरावैअर थारोअंतस करावै कानूनकायदाआंख काढैनीं तो मालकासारा स्यूं पै‘लीउण हांसी नैआपरी आंख मींचल्योअर फेर बांध भारियोविगत रोगांठड़ी कानून-कायदां रीदेख‘र कोई नी रोकैलाआंधो सो कूओजकी हंसी थारै काळजां मांयबै धड़कैपड़तै धू‘अैनै देखबै खड़कैनां‘ख द्यो भारियो अर गंाठड़ीअर फेर भूलज्याओकै कदै‘ई थारी विगत हीअर थे कानून जीवी हायाद खाली इत्तोई राखणो हैकै थे परजीवी होम्हें परजीवी हां!!आपां परजीवी हां!!!अरसम हांसैला।सां क्यूं आपणै खातर है
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