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09:54, 1 जुलाई 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>चलू सब सखिया रंग महलमे, समटू एक पटिया हे
कथी केर जे रंगमहलिया, कथी लागल केबाड़ी हे
हीरा केर जे रंगमहलिया, मानिक लागल केबाड़ी हे
राजा के बेटी पटिया समेटथि, जोलहाक बेटा ओछाबय हे
राजा के बेटी पटिया उठाबय, डोमक बेटा ओछाबय हे
राजा बेटी के जे कहथि पटिया ओछाबय, से छथि ओछबैया हे
हीरा के जे पटिया ओछाओल, मानिक लागल चारू कोन हे
चमरबा के बेटा पटिया ओछाबथि, राजा बेटा उठाबथि हे
</poem>