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12:48, 2 जुलाई 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>दुलहा ओते नहि लजाउ, कनी आर खाउ यौ
हमर कका कुमार, अहाँ काकी दियौन यौ
दुलहा ओते नहि लजाउ, कनी आर खाउ यौ
हमर भइया कुमार, अपन बहीनि दियौन यौ
दुलहा ओते नहि लजाउ, कनी आर खाउ यौ
हमर मामा कुमार, अपन पीसी दियौन यौ
दुलहा ओते नहि लजाउ, कनी आर खाउ यौ
</poem>