1,158 bytes added,
16:39, 9 जुलाई 2014 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=हनुमानप्रसाद पोद्दार
|अनुवादक=
|संग्रह=पद-रत्नाकर / भाग- 4 / हनुमानप्रसाद पोद्दार
}}
{{KKCatPad}}
<poem>जय जय जय राधा अभिराम। जय जय जय माधव गुणधाम॥
जय जय पावन नन्दग्राम। जय बरसाना पूरणकाम॥
जय नँदबाबा, नृप वृषभान। जय मनमुख, मधु सखा सुजान॥
जय कीर्तिदा मूर्ति अनुराग। जयति यशोदा माँ बड़भाग॥
जय गोपीजन कायब्यूह। जय सखिगण-मञ्जरी-समूह॥
जय रासेश्वरि रूप ललाम। जय रसिकेन्द्रशिरोमणि श्याम॥
जय जय निभृत निकुञ्ज सुरय। जय लीला मन-बुद्धि-अगम्य॥
</poem>