Changes

रोजी रोटी की खातिर / शशि पुरवार

8 bytes removed, 07:54, 10 अक्टूबर 2014
हेलमेल की बहती धारा
बना नहीं न, कोई सेतु पुराना
नये नये टीले पर पंछी
नित करते हैआना जाना
25
edits