गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
मैं तो सदा सुहागिन माई / स्वामी सनातनदेव
14 bytes removed
,
16:31, 26 नवम्बर 2014
अजर-अमर मेरो सखि! साजन, हौं हूँ जाने अमर बनाई॥4॥
</poem>
{{KKMeaning}}
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,137
edits