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कहो तो लौट जाते हैं / वसी शाह
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14:02, 29 नवम्बर 2014
ये रस्ता प्यार का रस्ता;
रसन<ref>रस्सी </ref> का, दार<ref> फांसी</ref> का रस्ता बहुत दुश्वार है जानाँ
कि इस रस्ते का हर ज़र्रा
<ref> कण<ref>
भी इक कोहसार
<ref>पहाड़ </ref>
है जानाँ
कहो तो लौट जाते हैं…
मेरे बारे न कुछ सोचो…
Sharda suman
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