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13:24, 20 मार्च 2015 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=बघेली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह=
}}
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<poem>
नई आयी गोलिनिया दधि लै ले सलोने श्याम
पत्ता टूटौ डार से कि लै गा पवन उड़ाय
यारी छूटै यार से कि या दुख कहां समाय
नई नई आई गोलिनिया दधि लै ले सलोने श्याम
</poem>