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अस्वीकरण
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समय क्षण-भर थमा / अज्ञेय
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,
03:19, 15 जनवरी 2008
फूट तारे ने कहा : रे समय,
:
::तू
क्या
थक गया
क्या
?
रात का संगीत फिर
तिरने लगा आकाश में ।
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Sumitkumar kataria