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नित्यता / गुलाम मुहीउद्दीन ‘गौहर’
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03:13, 19 अप्रैल 2015
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अनादिकाल से जी रहा
हॅँू
हूँ
मैं
और अभी तक जलता जा रहा हूँ
अनंतकाल तक है जलते रहना
Sharda suman
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