Changes

नूंवौ सप्तक / संतोष मायामोहन

535 bytes added, 10:31, 30 अप्रैल 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संतोष मायामोहन |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} {{KKCa...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=संतोष मायामोहन
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
सा सूं सा तांई जावण री
भरपूर तजबीज करूं हूं
पण
जीवण री ऊंची नीची
पगडांड्यां
अधबिचाळै ई
भटकावै म्हनै
अनै बिचाळै ई
खूट जावै
म्हरौ जीवण-संगीत।
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
2,887
edits