गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
प्रेम रै पाण / निशान्त
421 bytes added
,
10:27, 4 मई 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |संग्रह=धंवर पछै सूरज / नि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=निशान्त
|संग्रह=धंवर पछै सूरज / निशान्त
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
विस्वास नीं हो
पण चल्यो गयो म्हैं
माता रै
जागरण मांय
अेक म्हारै भगत रो
मन राखण नै।
</poem>
आशिष पुरोहित
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits