Changes

सागो / निशान्त

515 bytes added, 10:41, 4 मई 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |संग्रह=धंवर पछै सूरज / नि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=निशान्त
|संग्रह=धंवर पछै सूरज / निशान्त
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
अेक सूं
दो भलां आळी
कैवत
लागू हुवै

छोटी-छोटी
चिन्तावां अर
दुखां माथै ईज
जद अेक आवै
तो दूजो
खुदो-खुद
मांदो पड़ ज्यावै।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits