Changes

ठरको / निशान्त

576 bytes added, 10:42, 9 मई 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |अनुवादक= |संग्रह=आसोज मा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=निशान्त
|अनुवादक=
|संग्रह=आसोज मांय मेह / निशान्त
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
दाणां कढतां ई
आया है
नूंई-नकोर जीप मांय चढ’र
पळकतै
भगवां गाभाळां
पांच-सात मोड
जाणै कोई राज रा अैलकार
आया हुवै
‘लगान-वसूली’ सारू ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits