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11:40, 23 मई 2015 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=संत जूड़ीराम
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गणपति चरण सरोज मनाऊँ।
गणि नायक वरदायक देव मिले कृपा गुणगाऊँ।
ब्रह्मा विष्णु महेश त्रिदेव हैं दस अवतार ध्यान में लाऊँ।
जान अनाथ सनाथ करो अब रघुवर भक्ति कृपा कर पाऊँ।
जूड़ीराम सरन तक आयो बार-बार पद शीश नवाऊँ
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