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आँगन की अल्पना सँभालिए / कुँअर बेचैन
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13:57, 30 जुलाई 2015
नर्म धूप के उबाल में
छत से फिर कूदे हैं अँधियारे
चन्द्रमुखी कल्पना
स~मभालिए
सँभालिए
।
आँगन से कक्ष में चली
अनिल जनविजय
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