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आओ पूँछे , पूछें एक सवाल ! मेरे सिर में कितने बाल? कितने आसमान में कितने तारे? बतलाओ या कह दो हारे!नदियाँ क्यों समुद्र होते बहती दिन-रात?चिड़ियाँ क्या करती हैं खारेबात? क्यों होता है कौवा कालाकुत्ता बिल्ली पर धाए? मकड़ी कैसे बुनती जालाबिल्ली क्यों चूहे को खाए? शहद फूल कहाँ से मक्खी लातीपाते रंग? पेड़ों पर रहते क्यों कोयल गातीन जीव सब संग? चमक कहाँ से तारे पाते? बादल कैसे जल क्यों बरसातेपानी? बच्चे लड़के क्यों करते शैतानी? बहुत उन्हें क्यों भाती नानी?फूल कहाँ से पाते रँग? चौबे जी की क्यों खाते भंगसिकुड़ी खाल? बोलो कुछ तो भाई बोलो अजी, न ऐसा करो सवाल! सोच समझ के मुँह खोलो।यह सब ईश्वर की माया है, इसको कौन जान पाया है?
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