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हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए / दुष्यंत कुमार
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दुष्यंत कुमार
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दुष्यंत कुमार
ग़ज़ल
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हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,<br>
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