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13:06, 5 अक्टूबर 2015 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=प्रयाग शुक्ल
|अनुवादक=
|संग्रह=
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{{KKCatBaalKavita}}
<poem>धूम - घड़क्का,
धूम - धड़क्का!
सचिन का चौक्का,
सचिन का छक्का!
रह गए सारे
हक्का - बक्का!
चौका - छक्का
धूम - धड़क्का!
</poem>