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23:26, 5 अक्टूबर 2015 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मनोहर वर्मा
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|संग्रह=
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{{KKCatBaalKavita}}
<poem>किसने खाई
अरे मलाई?
‘तूने’ - ‘तूने’
‘तूने’ - ‘तूने’
शुूरू लड़ाई
तू-तू, मैं-मैं
हाथापाई!
अम्मा बोली-
‘काली बिल्ली
तुमने पाली
उसने खा ली
दूध मलाई!’
‘आ जा नंदू’
‘आ जा चंदू’
हम दोनों तो
भाई-भाई,
कहाँ लड़ाई?
</poem>