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उनका भी जिगर देखो, और अज़्म-ए-सफ़र देखो
पŸाों पाँवों की ज़बां समझंेसमझें, शाख़ों की फुग़ां समझंेसमझें
इस फ़न के हैं हम माहिर, अपना यह हुनर देखो