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चांदनी चेहरा छुपाने लगी / राकेश खंडेलवाल
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13:21, 17 अप्रैल 2008
आपको देख कर देखने लग पड़ी<br>
खुद को दर्पण में कलियों की अँगड़ाईयाँ<br>
रूपमय
चाँदनी
चांदनी
ओढ़ कर बदलियों की<br>
चुनरिया को चेहरा छुपाने लगी<br><br>
Pratishtha
KKSahayogi,
प्रशासक
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प्रबंधक
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