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मैं रोना चाहता हूँ ख़ूब रोना चाहता हूँ मैं / फ़रहत एहसास
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05:33, 3 जनवरी 2016
मेरे सारे बदन पर दूरियों की ख़ाक बिखरी है
तुम्हारे साथ मिल कर ख़ुद को धोना चाहता हूँ
म
मैं
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Anupama Pathak
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