गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
बेवफ़ाई का सिला भी जो वफ़ा देते हैं / सतीश शुक्ला 'रक़ीब'
7 bytes added
,
08:20, 23 जनवरी 2016
हक़ में बीमार के करते हैं दुआएं भी तबीब
कुछ 'रक़ीब' ऐसे हैं
जो
सिर्फ़ दवा देते हैं
</poem>
SATISH SHUKLA
384
edits