गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
प्रातहि उठि दोऊ / प्रेमघन
10 bytes added
,
07:17, 2 फ़रवरी 2016
|संग्रह=युगमंगलस्तोत्र / बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'
}}
{{
KKCatKavita
KKCatBrajBhashaRachna
}}
<poem>
प्रातहि उठि दोऊ राधिका कृष्ण सोके।
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits