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प्रातहि उठि दोऊ / प्रेमघन

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|संग्रह=युगमंगलस्तोत्र / बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'
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प्रातहि उठि दोऊ राधिका कृष्ण सोके।
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