* [[झूठ बोलेगा तो ये आलम तेरा हो जायेगा / गौतम राजरिशी]]
* [[उनका एक बयान हुआ / गौतम राजरिशी]]
* [[ज़िंदगी से उम्र भर तक चलाने चलने का वादा किया / गौतम राजरिशी]]
* [[ऊँड़स ली तू ने जब साड़ी में गुच्छी चाभियों वाली / गौतम राजरिशी]]
* [[एक मुद्दत से हुये हैं वो हमारे यूँ तो / गौतम राजरिशी]]
* [[ज़ुल्फ़ से लिपटा जब तौलिया हट गया / गौतम राजरिशी]]
* [[आइनों पर आज जमी है काई, लिख / गौतम राजरिशी]]
* [[बंधा धागे से था फिर वो बेचारा मचल उट्ठा / गौतम राजरिशी]]
* [[उकसाने पर हवा के आँधी से भिड़ गया है / गौतम राजरिशी]]
* [[धूप लुटा कर सूरज जब कंगाल हुआ / गौतम राजरिशी]]
* [[अब के ऐसा दौर बना है / गौतम राजरिशी]]
* [[तेज़ हवा के इक झोंके ने जब बादल का नाम लिखा / गौतम राजरिशी]]
* [[हवा ये कैसी चली माजरा ये कैसा है / गौतम राजरिशी]]
* [[शोर है क़द-काठी का, पैमाइशों की बात हो / गौतम राजरिशी]]
* [[बस गई है रग-रग में बामो-दर की ख़ामोशी / गौतम राजरिशी]]
* [[हुई राह मुश्किल तो क्या कर चले / गौतम राजरिशी]]
* [[रात भर चाँद को यूँ रिझाते रहे / गौतम राजरिशी]]
* [[उलझ के ज़ुल्फ़ में उनकी गुमी दिशाएँ हैं / गौतम राजरिशी]]
* [[इस बात को वैसे तो छुपाया न गया है / गौतम राजरिशी]]
* [[गुज़र जाएगी शाम तकरार में / गौतम राजरिशी]]
* [[वो जब अपनी ख़बर दे है / गौतम राजरिशी]]
* [[हम पर जो असर एक ज़माने से हुआ है / गौतम राजरिशी]]
* [[ख़ुद से ही बाज़ी लगी है / गौतम राजरिशी]]
* [[वो टुकड़ा रात का बिखरा हुआ सा / गौतम राजरिशी]]
* [[सच के लिए तूने उठाया सर, भले कुछ देर से / गौतम राजरिशी]]
* [[ढीठ सूरज बादलों को मुँह चिढ़ाने के लिए / गौतम राजरिशी]]
* [[हरी है ये ज़मीं हमसे कि हम तो इश्क़ बोते हैं / गौतम राजरिशी]]
* [[उफ़ ये कैसी कशिश ! बेबसी ? हाँ वही ! / गौतम राजरिशी]]
* [[हैं जितनी परतें यहाँ आसमान में शामिल / गौतम राजरिशी]]