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छू लिया उसने ज़रा मुझको तो झिलमिल हुआ मैं / गौतम राजरिशी
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13:51, 14 फ़रवरी 2016
ज़िंदगी बह्र से खारिज हुई बिन उसके, और
काफ़िये ढूँढता मिसरा कोई मुश्किल हुआ मैं
(लफ़्ज़, अगस्त 2013)
Gautam rajrishi
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