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इज़हार का मतरूक रास्ता / ज़ाहिद इमरोज़
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08:03, 17 मार्च 2016
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इज़हार
-ए-
मोहब्बत के लिए लाज़मी नहीं
कि फूल ख़रीदे जाएँ
किसी होटल में कमरा लिया जाए
Sharda suman
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