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चोका / ज्योत्स्ना शर्मा
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08:05, 22 मार्च 2016
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1
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सोन चिरैया
जब भी तुम गाओ
सखि, जीवन जी लो
अमृत बाँटो, पी लो!
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2
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नई भोर-सी
दमकाती है मन
वीरबाला
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