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झूठ नै कहै छियौं / वसुंधरा कुमारी
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03:11, 13 जून 2016
वहा बंसविटटी
चैवटिया पर बुढ़वा बोर गाछ
आरो
उ$
ऊ
गाछी के नीचे
सनसनैतेॅ हनहनैतेॅ हवा केॅ
आकाश सेॅ पानी रं बरसतेॅ धूप केॅ
Rahul Shivay
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