Changes

भांवर

5,614 bytes added, 15:48, 13 अक्टूबर 2016
'{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=छत्तीसग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=छत्तीसगढी
}}
{{KKCatChhattisgarhiRachna}}
<poem>
::(1)

जनम जनम के गांठ जोर दे, ऐ दोसी
गांठे गठुरी झनि छूटे, ऐ दोसी
तोर दाई हारे मोर बबा जीते, ऐ दोसी
एक पूरा खदर ला दुई घर छाये, ये दोसी
गांठे गठुरी झनि छूटे, ये दोसी

::(2)

कामा उलोथे कारी बदरिया
कामा ले बरसे बूंद
सरग उलोथे कारी बदरिया
धरती मा बरसे बूंद
काकर भींजे नवरंग चुनरी
काकर भींजे उरमाल
सीता के भींजे नवरंग चुनरी
राम के भींजे उरमाल
कइसे के चिन्हव सीता जानकी
कइसे के चिन्हव भगवान
कलसा बोहे चिन्हेंव सीता जानकी
मकुट खोंचे भगवान
कामा में चिन्हव सीता जानकी
कामा में चिन्हव भगवान
जामत चिन्हेंव अटहर कटहर
मौरत चिन्हेंव आमा डार
चउक मा चिन्हेंव सीता जानकी
मटुक मा चिन्हेंव राम
आगू आगू मोर राम चलत हे
पाछू लछिमन भाई
अउ मंझोलन सीता जानकी
चित्रकूट बर चले जाई

::(3)

मधुरी मधुरी पग सारव हो दुलही नोनी
तुंहर दुलरू के अंग झन डोलय हो
एक भांवर जुग-जुग होगे मोर नोनी
तुंहर दुलरू के अंग झन डोलय हो
दुई भांवर दुई जुग होगे मोर नोनी
वो तो कजरारी नैना धराये हो
तीन भांवर तीन जुग होगे मोर नोनी
वो तो डोलत कलस जल-पानी हो
चार भांवर चार जुग होगे मोर नोनी
तोर दुलरू ह मरत हे पियासे हो
पांच भांवर पांच जुग होगे मोर नोनी
तोर ससुर ह मरत हे पियासे हो
छै भांवर छै जुग होगे मोर नोनी
वो दे तोर देवरा मरत हे पियासे हो
सात भांवर सात जुग होगे मोर नोनी
अब चलो चलो कहत हे बराते हो

::(4)

भांवर परत हे, भांवर परत हे
हो नोनी दुलर के, हो नोनी दुलर के
होवत हे दाई, मोर रामे सीता के बिहाव
होवत हे दाई, मोर रामे सीता के बिहाव

एक भांवर परगे, एक भांवर परगे
हो नोनी दुलर के, हो नोनी दुलर के
अगनी देवता दाई, हाबय मोर साखी
अगनी देवता दाई, हाबय मोर साखी

दुई भांवर परगे, दुई भांवर परगे
हो नोनी दुलर के, हो नोनी दुलर के
गौरी गनेस दाई, हाबय मोर साखी
गौरी गनेस दाई, हाबय मोर साखी

तीन भांवर परगे, तीन भांवर परगे
हो नोनी दुलर के, हो नोनी दुलर के
देवे लोके दाई, हाबय मोर साखी
देवे लोके दाई, हाबय मोर साखी

चार भांवर परगे, चार भांवर परगे
हो नोनी दुलर के, दाई नोनी दुलर के
दुलरू के नोनी, तोर अंग झन डोलय
दुलरू के नोनी, तोर अंग झन डोलय

पांच भांवर परगे, पांच भांवर परगे
हो देव नरायन, दाई देव नरायन
डोलय दाई मोर, कलसा के भर जल-पानी
डोलय दाई मोर, कलसा के भर जल-पानी

छै भांवर परगे, छै भांवर परगे
हो नोनी दुलर के, हो नोनी दुलर के
दुलरू ह दाई, मोर मरत हे पियासे
दुलरू ह दाई, मोर मरत हे पियासे

सात भांवर परगे, सात भांवर परगे
हो नोनी दुलर के, हो नोनी दुलर के
चलो चलो दाई, मोर कहत हे बराते
चलो चलो दाई, मोर कहत हे बराते
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits