Changes

पहाड़ / कुमार मुकुल

127 bytes added, 18:57, 13 अक्टूबर 2016
पर टिकता वही है
जिसकी जडें हो गहरी
जो चटटानों का सीना चीर सकें
उन्‍हें माटी कर सकें
बादलों की तरह
765
edits