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सरफ़रोशी की तमन्ना / बिस्मिल अज़ीमाबादी
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08:28, 30 मई 2017
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है
ए
ऐ
शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार,
अब तेरी हिम्मत का चरचा गैर की महफ़िल में है
Sharda suman
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