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12:30, 11 जून 2017 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=राजेन्द्रसिंह चारण
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-2 / ओम पुरोहित ‘कागद’
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<poem>
मिन्दर रै सामौसाम
बीं’रो घर
ओ मिन्दर जावै
टेमोटेम
जद सूं बा
गांव छोड़्यो
ओ कोनी दीख्यो
मिन्दर कानीं।
</poem>
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