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आओ फिर से दिया जलाएँ / अटल बिहारी वाजपेयी
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12:04, 17 मई 2007
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा<br>
अपनों के विघ्नों ने घेरा<br>
अंतिम जय का
वजर्
वज़्र
बनाने-<br>
नव दधीचि हड्डियां गलाएं।<br>
आओ फिर से दिया जलाएं<br><br>
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Bhawnak2002