636 bytes added,
19:10, 27 जून 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मनमीत सोनी
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-7 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
सवालां रै
बीहड़ सूं निकळकर
सवालां री ई
धर्मसाला में पड़्यो हूं
सिरहाणैं ऊबो सफर
आज
फेरूं बूझ रैयो है
रै चालÓसी
कै हाल ताणी
रोणो-धोणो बाकी है थारो?
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader