Changes

अकलवान / मनमीत सोनी

741 bytes added, 19:11, 27 जून 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनमीत सोनी |अनुवादक= |संग्रह=थार-स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मनमीत सोनी
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-7 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
कणा तो
साम्हीं जा'र सड़क पर
पकडूं थारो हाथ
अर कणा
आगलै चौरावै बैठ'र
देखूं थारी बाट

ईं वास्तै नीं
कै म्हैं थारो भलो चाऊं
हां
ई वास्तै
कै जे लारै छोड़ देतो तन्नैं
तो म्हैं भी
रह ज्यातो लारै।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits