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09:39, 28 जून 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ओम पुरोहित ‘कागद’
|अनुवादक=
|संग्रह=भोत अंधारो है / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
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<poem>
तप मांगै
भख
तन-मन रो!
तपै धोरी
अखूट तप
जपै पाणी
फगत पाणी
पाणी निराकार
पाणी साकार
बो पाळै
ध्यावना-चावना
पण
तिरस पड़तख!
</poem>
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