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गुड़िया / कुंवर नारायण
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,
00:23, 16 जून 2008
मेले से लाया हूँ इसको
छोटी सी प्यारी
गुड़िया
गुड़िया
,
बेच रही थी इसे भीड़ में
बैठी नुक्कड़ पर
बुढ़िया
बुढ़िया
अंदर गुदड़ी है तो क्या?
ओ
गुड़िया
गुड़िया
तू इस पल मेरे
शिशुमन पर विजयी माया।
Pratishtha
KKSahayogi,
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,
प्रबंधक
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