776 bytes added,
10:26, 8 जुलाई 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
|अनुवादक=
|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
पाँख कट्यौ तोतो
केठा कियां आयग्यौ घरां
थोड़साक दिनां में
रमग्यौ सगळां साथै
बौ
हरमेस खावै
काजू-किसमिस
अर
हरी मिरच्यां
पण
घणी ताळ निरखै
आभै में
उडतै
दूजै तोतां नै
तद टळकावै आंसू
अर हुज्यावै
उदास।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader